जालंधर (JJS) मोहित:- डी.ए.वी के पी.जी डिपार्टमैंट जूलोजी विभाग द्वारा डार्विन जूलाजिकल सोसायटी के अंतर्गत यूजीसी-डीएसटी लेक्चर सीरीज़ का आयोजन किया गया। यह लेक्चर सीरीज़ भारत सरकार द्वारा स्पोंसर्ड थी। इस कार्यक्रम के मुख्य मेहमान एवम स्पीकर डा पारितोष गर्ग (ऐमडी) थे। डार्विन जूलाजिकल सोसायटी के प्रोफ़ैसर पुनीत पुरी ने डा. गर्ग का स्वागत किया और उन्हें सबके साथ अवगत करवाया। कॉलेज के प्रिंसिपल डा .एस.के. अरोड़ा और ज़ोआलॉजी डिपार्टमेंट की मुखी प्रो. करुणा मित्तल ने मेहमान स्पीकर का पुष्पगुच्छ भेंट करके स्वागत किया।
स्पीकर डा. गर्ग ने अनेमिया के बारे में बताते हुए कहा कि जब किसी कारण से शरीर में ख़ून की मात्रा कम हो जाती है या ख़ून में लाल रक्तकणों की कमी हो जाती है तब रोगी के शरीर में ख़ून की कमी हो जाती है। जब कोई रोगी इस रोग की तरफ से पीडित होता है तो शरीर में ख़ून की कमी के कारण चेहरा पीला या सफ़ेद पड़ जाता है, उसका शरीर कमज़ोर और पतला हो जाता है, रोगी को भूख नहीं लगती, सरदर्द रहता है, चक्कर आते हैं, दिल की धड़कन तेज हो जाती है और कमज़ोरी के कारण रोगी कोई कार्य नहीं कर डालता और उसको चलने - फिरण में भी कठिनाई होती है। किसी रोग आदि में शरीर की तरफ से ख़ून निकल जाने पर यह रोग हो जाता है। सतरियें में रक्तस्राव या मासिकधरम के समय ख़ून आने पर भी ख़ून की कमी हो जाती है। इसके कारण, लक्षण, सावधानियॉ और पैथोलाजिकल साथी- सम्बन्ध।
इस दौरान पूजा शर्मा, डा. ऐस.ऐस राजपुरोहित , डा दीपक वधावन, डा कपिल, प्रो. ऋषि कुमार, डा.अभय, डा. दिनेश एवम अन्य स्टाफ मेम्बर भी मौजूद थे।