-इस तरह के दौरे करवाने से बच्चों का विकास होता है, अनुशासन आता है और बच्चों के ज्ञान में भी वृद्वि होती है:-लायब्रेरीयन नवीन सेनी
जालंधर (मोहित):- डी ए वी कॉलेज के नए बच्चों को कॉलेज लाइब्रेरी का दौरा करवाया गया, जहाँ स्टूडेंट्स नें लाइब्रेरी के हर सेक्शन को बड़े ही क़रीब से देखा। इस ओरिएंटेशन प्रोग्राम में कॉलेज में आये नए बच्चों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया और जाना की लाइब्रेरी में किस तरह पढ़ते हुए अनुशासन चाहिए, किताबे कैसे इशू करवाये, कौन सा सेक्शन कहाँ है आदि। स्टूडेंट्स ने भाषा, साहित्य और साइंस, कॉमर्स से संबंधित विभिन्न प्रकार की जानकारी ली। उन्होंने लाइब्रेरी में कई बुक्स भी पढ़ी। लाइब्रेरियन नवीन सैनी ने कहा कि इस तरह के दौरे करवाने से बच्चों का विकास होता है,अनुशासन आता है और बच्चों के ज्ञान में भी वृद्धि होती है।
कॉलेज की लाइब्रेरी उत्तर भारत की सबसे बड़ी लाइब्रेरी है जिसमें दो लाख से अधिक किताबें है। लाइब्रेरी अपने आप में पूरी तरह से ऑटोमेटेड लाइब्रेरी है जिसमें कॉलेज हर स्टूडेंट को "इनफ्लिबनेट" के ज़रिये एक यूजर पासवर्ड भी उपलब्ध करवाता है ,जिससे स्टूडेंट्स कहीं भी बैठे कर ई-जर्नल्स और ई- बुक्स को पढ़ सकता है। स्टूडेंट्स लाइब्रेरी को देखकर बहुत खुश और यह जान कर प्रभावित हुए कि कॉलेज की लाइब्रेरी सुबह 9 बजे से लेकर रात 9 बजे तक फैकल्टी और स्टूडेंट्स के लिए खुली रहती है। इस ओरिएंटेशन कार्यक्रम में लायब्रेरीयन नवीन सेनी ,अरुण पराशर, संध्या परमार, राम चंद्र सहित लाइब्रेरी का बाकी स्टाफ भी मौजूद था।