-भारतीय शिक्षण प्रणाली में डी ऐ वी कॉलेज जालंधर ने अपना अभूतपूर्व योगदान निभाया है, भारत में जब भी देश में शिक्षा की गुणवत्ता की बात होगी वहाँ डी ऐ वी, जालंधर के योगदान की चर्चा होती रहेगी। सभी स्टूडेंट्स सफलता को एक विकल्प नहीं बल्कि अपना जनून बनायें " डी ए वी कॉलेज में नये सत्र के आगमन पर सभी को शुभकामनायें : -जस्टिस एन के सूद
-कॉलेज स्टूडेंट्स को उनकी योग्यता की पहचान उनकी प्रतिभा को सुधारने, कैरियर विकल्पों पर ध्यान देता है और मार्गदर्शन और आगे के अध्ययन, अनुसंधान के लिए प्रशिक्षित करता है, साथ ही रोजगार की संभावनाओं के लिए मदद करता हैं, नए सत्र में विद्यार्थी अपना लक्ष्य पहले से निधारित करें और स्मार्ट और कड़ी मेहनत से अपने लक्ष्य को पूर्ण प्राप्त करें, मेरी शुभकामनायें आपके साथ है :- प्रिन्सिपल डॉ एस के अरोड़ा
जालन्धर (साहिल):- "तमसो मा ज्योतिर्गमय " यानि अज्ञान के अंधकार से ज्ञान(शिक्षा) के प्रकाश की ओर चलो" भारत की इस महान संस्कृति व परम्परा को निभाते हुए डीएवी कालेज जालंधर नें नवीन सत्र का शुभारंभ हवन यज्ञ से किया। इस मौके पर प्रिंसिपल डॉ एस के अरोड़ा ने विद्यार्थियों व स्टाफ सदस्यों ने हवन यज्ञ में भाग लेकर आने वाले सत्र के लिए प्रार्थना की।
जस्टिस एन के सूद ( लोकल मैनेजिंग कमिटी के अधक्ष्य) इस अवसर पर मुख्य मेहमान थे, गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में नरिंदर सहगल और शांत गुप्ता भी उपस्थित थे।
कालेज के प्रिंसिपल डा. संजीव अरोड़ा ने सभी अतिथियों और स्टूडेंट्स का स्वागत कर उन्हें आर्य समाज एवं कालेज के नियमों की जानकारी देने के साथ कठिन मेहनत करने के लिए प्रेरित किया। प्रिंसिपल डॉ संजीव अरोड़ा ने कहा, आर्य समाज का चिन्तन, दर्शन, मूल्य तथा आदर्श हमें जीवन से जोड़ते हैँ और पूर्णता की और ले चलते हैँ। आर्य समाज द्वारा संचालित संस्थाओं का शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। वेद अपनाने से ही सुख, समृद्धि व आनंद प्राप्त हो सकता है। तथा यही मूल्यों की परम्पराओ को अपनाये हुए आज हम नए सत्र में प्रवेश कर चुके हैं। डी ए वी कॉलेज में नए सत्र की शुरुआत करते हुए प्रिंसिपल डॉ संजीव अरोड़ा नें अपना संदेश देते हुए कहा, कि इस सत्र में विद्यार्थी अपना लक्ष्य पहले से निधारित करें और स्मार्ट और कड़ी मेहनत से अपने लक्ष्य को पूर्ण प्राप्त करें। डॉ अरोड़ा नें अपने संदेश में कहा डी ए वी कॉलेज आपको उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान करता है जिसके आप अधिकारी है और जिसके आप योग्य भी है। कॉलेज में शिक्षा का ऐसे प्रोग्राम है ,जो हर स्टूडेंट पर केन्द्रित होतें है और उनकी अकादमिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देतें है।
डॉ अरोड़ा ने अपने विचारों को सांझे करते हुए कहा मुझे यह पूर्ण विश्वास है कि हमारे स्टूडेंट्स अपने प्रबुद्ध और अपने अनुग्रह और आकर्षण के साथ कई घरों को सजीव करेंगे। मैं ईश्वर के आगे यही प्रार्थना करता हूँ की हमारा कॉलेज भविष्य में भी इसी तरह बच्चों के भविष्य संवारता रहे। पोटेंशियल फॉर एक्सीलेंस का अवार्ड प्राप्त और देश का सर्वश्रेष्ठ को - एजुकेशनल कॉलेज डी ए वी कॉलेज के इस नवीन वर्ष पर सभी को बधाई और शुभकामनाये, हम नमन करते है उन सभी लोगों को जिन्होनें इस कॉलेज के लिए अपना सारा जीवन समर्पित किया, हमें गर्व है कि हम इस विद्या के मंदिर से जुड़े है और हमें इसकी सेवा करने का मौका मिला। हमारा मुख्य ध्येय है अति योग्य शिक्षकों, एक विशाल और अच्छे पुस्तकालय, विशाल प्रयोगशालाओं और एक अनुशासित वातावरण अकादमिक उत्कृष्टता की दिशा में निरंतर परिष्कृत होते जाना । कॉलेज का प्रयास है कि छात्र जिज्ञासु, महत्वाकांक्षी और विश्वसनीय नागरिक बने। कॉलेज अध्ययन के सभी विषयों के लिए एक वैज्ञानिक सोच को विकसित करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। कॉलेज स्टूडेंट्स को उनकी योग्यता की पहचान उनकी प्रतिभा को सुधारने, कैरियर विकल्पों पर ध्यान देता है और मार्गदर्शन और आगे के अध्ययन, अनुसंधान के लिए प्रशिक्षित करता है, साथ ही रोजगार की संभावनाओं के लिए मदद करता हैं। कई छात्र कॉलेज के अंतिम वर्ष में प्रतिष्ठित कंपनियों में प्लेसमेंट पा रहे हैं। डी ए वी कॉलेज देश का एक अहम रोल मॉडल बनने में कामयाब है।
मुख्या अतिथि जस्टिस एन के सूद ने डी ऐ वी, जालंधर पर बहुत ही कलात्मक अंदाज़ में तारीफ करते हुए कहा की भारत में जब भी शिक्षा की गुणवत्ता पर बात होगी, वहां डी ऐ वी, जालंधर के योगदान की चर्चा होती रहेगी। इस कॉलेज के बच्चे न सिर्फ अच्छे इंसान बनते हैं बल्कि उच्च पदों पर भी निर्वाचित होते आए हैं तथा होते रहेंगे। इस कॉलेज की खासियत ही यही है की यह कॉलेज महज़ बच्चे नहीं, एक हरफ़नमौला व्यक्ति तैयार करते हैं जो आगे जाकर हर क्षत्रे में मोर्चा हासिल करते हैं । जस्टिस सूद नें स्टूडेंट्स से कहा, डी ए वी कॉलेज की शिक्षण प्रणाली सबसे बेहतरीन है, सभी आवश्यक साधन के द्वारा पूरा स्टाफ, आप सभी के समर्थन और मदद करने के लिए यहाँ हैं और हम यह सुनिश्चित करने की कोशिश करेंगें की आप अपने अकादमिक उत्कृष्टता तक पहुँच सकें। कॉलेज का उद्धेश्य यह है कि हम सुनिश्चित कर सके कि हमारे सभी छात्र बुद्धिजीवी, जिज्ञासु, चुनौतीपूर्ण, मेहनती ,शोधकर्ता और उपजाऊ लेखक बन सके। डी ऐ वी, जालंधर एक नाम नहीं एक ब्रांड है तथा अंत में यही कहूंगा "जब तक सूरज चाँद का नाम रहेगा - डी ऐ वी कॉलेज जालंधर तेरा नाम रहेगा "
इस मौके पर लोकल मैनज्मेंट कमिटी के सेक्रेटेरी अरविंद घई, सदस्य डॉ मनु सूद, प्रो कमलदीप सिंह, कुंदन लाल अग्रवाल,प्रिन्सिपल जगरूप सिंह, प्रिन्सिपल विजय शर्मा, प्रिन्सिपल सूद, प्रिन्सिपल रवीन्द्र शर्मा, प्रिन्सिपल जतिंदर शर्मा, प्रिन्सिपल वंदना अरोड़ा,प्रिन्सिपल विनोद कुमार,स्टाफ़ सेक्रेटेरी प्रो विपन झंजी, जोइंट स्टाफ़ सेक्रेटेरी प्रो दीपक वधावन, आर्य समाज विक्रमपुरा के प्रतिष्ठित सदस्य,पूरा टीचिंग, नॉन टीचिंग, शहर के गणमान्य और प्रतिष्ठित मेहमान और स्टूडेंट्स भी मौजूद थे ।