जालंधर (साहिल):- डीऐवी कॉलेज, जालंधर के अर्थशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. एस. के. खुराना ने "इंटरनैशनल कांफ्रेंस Tech 4 Dev 2018 " मे अपना रिसर्च पेपर "कैन मूकस ट्रांसफॉर्म एजुकेशन इन दा डेवलपिंग वर्ल्ड : ए केस स्टडी ऑफ़ इंडिया" पढ़ा । गौरतलब है कि यह कार्यक्रम यूनेस्को के द्वारा आयोजित किया गया जिसमें विश्व भर के 68 विश्वविद्यालयों एवं कॉलेजों से 248 प्राध्यापकों ने भाग लिया । जिनमें डीऐवी कॉलेज, जालंधर के डा. एस. के. खुराना तथा कन्या महा विद्यालय से प्रोफेसर सुमन खुराना भी शामिल थे ।
डॉ. खुराना ने बताया अपने रिसर्च पेपर में बताया की अगर हम भारत की जी इ आर (ग्रॉस एनरोलमेंट रेश्यो ) देखोगे तो ये विश्व के मुकाबले काफी कम है।इसको बढ़ाने के लिए हमे ऑनलाइन कौर्सेस पर धयान देना होगा जिस से हम अपनी रेश्यो तथा लिटरेसी लेवल भी बढ़ा सकते है | बड़े हुए लिटरेसी लेवल के बिना हम गरीबी को खत्म नहीं कर सकते । इसलिए भारत सरकार ने ऑनलाइन एजुकेशन को बढ़ाने पर विचार किया और मूक्स (मैसिव ओपन ऑनलाइन कौर्सेस) को शुरू करने का निर्णय किया । दूसरी और भारत जिसमे जनसंख्या ज्यादा तर रूरल एरिया में रहती है और लोग गुणात्मक शिक्षा अफ़्फोर्ड नहीं कर सकते उनके लिए मूक्स एक गेम चेंजर का काम करता है ।
मूक्स एक वैब बेस्ड प्लेटफार्म है जिस में विश्व भर से अनलिमिटेड विद्यार्थी डिस्टेंस एजुकेशन को हासिल करने का मौका ले सकते है । ये भारत में 2008 में शुरू किया गया था पर 2012 में इसमें तेजी आई और एक पॉपुलर लर्निंग टूल बन गया । मूक्स की पॉपुलैरिटी को देखते हुए वर्तमान भारत सरकार (मोदी सरकार) ने इसके किये एक अलग प्लेटफार्म Swayam (स्वयम) अगस्त 15, 2016 भारत के आज़ादी के दिन लाल किला से शुरू किया | जिस में 2000 से ज्यादा कौर्सेस तथा 80,000 घण्टों की लर्निंग है । इसमें 7 नैशनल कोऑर्डिनेटर्स अप्पॉइंट किये गए है जैसे नापटल इंजीनियरिंग के लिए , युजीसी पोस्ट ग्रेजुएट के लिए, सीईसी अंडर ग्रेजुएट के लिए, एनसीइआरटी स्कूल शिक्षा के लिए, इग्नोऊ स्कूल छोड़ चुके विद्यार्थीओ के लिए , आई आई ऍम बिज़नस मैनेजमेंट स्टडी के लिए । इस के लिए एम् एच आर डी ने 32 डी टी एच एजुकेशनल टीवी चैनल जिस का नाम स्वयम प्रभा भी शुरू किया जो 24 * 7 (24 घंटे 7 दिन) चलता है जिस में विद्यार्थीओ को शिक्षा दी जाती है । भारत में 38 इंस्टीटूशन 346 कौर्सेस में 10 अलग अलग विषय पर शिक्षा प्रदान करते है । जिसमें से आई आई टी मद्रास सबसे ज्यादा 118 कोर्सेस , आई आई टी दिल्ली 44 कौर्सेस तथा आई आई टी खड़गपुर 37 कौर्सेस प्रदान करता है ।
डॉ. खुराना ने बताया अगर हम भारत की लर्निंग कर्व देखे तो पता चलता है की भारत में इसके जूसर्स 2011 से 2017 तक बढ़े है और ज़्यादा तर बिज़नस तथा मैनेजमेंट में। उसके बाद कंप्यूटर साइंस में तथा मैथमेटिक्स में सबसे कम ।
भारत में लर्नर सर्वे ये बताता है की 98 % लोगो को मूक्स का लाभ हुआ है जो अपनी एजुकेशन को आगे बढ़ाना चाहते है | 89 % लोगो को मूक्स का बेनिफिट् हुआ है जो अपनी कैर्रिएर को आगे बढ़ाना चाहते है तथा 83 % वो लोग है जिन को इस से कॉन्फिडेंस मिला है की हम भी जिन्दगी में मूक्स से डिस्टेंस एजुकेशन लेकर आगे बढ़ सकते है |
डॉ. एस.के. खुराना अपने रिसर्च पेपर में मूक्स की भारत में उपलब्धिआं के बारे में जानकारी प्रदान की और आगे इसको कैसे और कामयाभ किया जा सकता है पर चर्चा की । प्रोफेसर सुमन खुराना ने रिसर्च पेपर के बाद जितने भी प्रश्न पूछे गए उन सब का अछि तरह से उतर दिए ।
अंत में इ. फ. पी. ऐल. (EFPL ) लुज़ेन स्विट्ज़रलैंड के कांफ्रेंस कोऑर्डिनेटर अल्फेर्डो कागि तथा मूक्स के डायरेक्टर डिमिट्रिस नोकाकीस ने समृति चिन्न तथा सर्टिफिकेट देकर डॉ खुराना तथा प्रोफेसर सुमन खुराना को सम्मानित किया । इस मौके पर प्रोफसर हेसियत शिहोवा उज़्बेकिस्तान से , डॉ ऐनी रॉलिन स्विट्ज़रलैंड , डॉ आग़ा अली रज़ा पाकिस्तान, फर्नान्ड कोउआमे ब्राज़ील आदि से उपस्थित थे ।