जी॰ डी॰ गोयंका स्कूल जालंधर ने किया समर-कैम्प के समापन दिवस पर रंगा-रंग कार्यक्रम का आयोजन
जालन्धर (अजय छाबड़ा):- अपने विद्यार्थियों में छिपी हुई प्रतिभाओं को और ज़्यादा निखारने के उद्देश्य से इन गर्मियों की छुट्टियों में जी॰डी॰ गोयंका इंटरनेशनल स्कूल जालंधर के प्रांगण में सोलह दिन तक चलने वाले समर-कैम्प का आयोजन किया गया था। इस कैंप में विद्यार्थियों ने अपनी रुचियों के अनुसार भांगड़ा,पारंपरिक नृत्य, तैराकी, योगा,जिम्नास्टिक,नाट्य-कला,चित्रकारी व गृह-सज्जा की वस्तुएं आदि बनाने के गुण सीखे। प्रधानाचार्या रंजीत भाटिया की अध्क्षता में इन्हीं सीखे गए कौशलों का प्रदर्शन अपने अपने माता-पिता के समक्ष करने के लिये समर कैंप के अंतिम दिन एक रंगा-रंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विद्यालय के चेयरमैन श्री टी॰ डी॰ दुआ मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए।
प्रधानाचार्या रंजीत भाटिया ने आए हुए सभी अभिभावकों का स्वागत किया। इस शुभ अवसर पर विद्यार्थियों नें एक रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का शुभारंभ विष्णु स्तुति के साथ हुआ। इसके बाद विद्यार्थियों ने समर कैंप में सीखे गए हुनरों का बड़े ही दिलचस्प ढंग से प्रदर्शन किया। विद्यार्थियों ने योग आसन, जिम्नास्टिक, कला और चित्रकारी, एवं भ्रष्टाचार पर आधारित लघु नाटिका, माईम (गुड टच-बैड टच) पर आधारित, पारंपरिक नृत्य, और भांगड़ा आदि प्रस्तुत करके सब का मन मोह लिया। विद्यार्थियों के उत्साह को देखते हुए सभी अभिभावकों तथा विद्यालय के चेयरमैन श्री टी॰ डी॰ दुआ ने उनकी बहुत सराहना की।
कार्यक्रम के अंत में विद्यालय की प्रधानाचार्या रंजीत भाटिया ने कैंप में भाग लेने वाले सभी विद्यार्थियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह सभी विद्यार्थी कैंप में सीखे गए हुनरों को अपने निरंतर अभ्यास के द्वारा और निखारते रहेंगे। उन्होंने आए हुए सभी अभिभावकों का भी धन्यवाद किया जिन्होंने अपने बच्चों को इस कैंप में भाग लेने के लिए प्रेरित किया और साथ ही साथ यह आशा भी व्यक्त की कि अपने विद्यार्थियों में सृजनशीलता का गुण विकसित करने के उद्देश्य से भविष्य में भी विद्यालय द्वारा ऐसे कैंपों का आयोजन किया जाता रहेगा।