जालंधर (मोहित):- ए पी जे कॉलेज ऑफ़ फाइन आर्ट्स जालंधर में प्राद्यापक वृंद के व्यक्तित्व के विकास हेतु शोध कार्य की गुणवता पर व्याख्यान का आयोजन करवाया गया । कॉलेज के मैथेमेटिक्स विभाग के प्राद्यापक डॉ केवल कृष्ण ने जहाँ एक तरफ विष्वविधालय अनुदान आयोग UGC द्वारा स्वीकृत शोध पत्रिकओं में शोध पत्र प्रकाशन की प्रक्रिया पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शोध प्रबंध को जमा करवाने के लिए जब हमे शोध पत्रों का प्रकाशन करवाना होता है तब हमे उस शोध पत्रिका कि स्तरीयता को देख परख लेना चाहिए और पिछले वर्षों में उस शोध पत्रिका के लिए विद्वानो की क्या प्रितकिर्या रही है उस पर विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए ये न हो कि इस वर्ष शोध पत्रिका में प्रकाशित पत्र अगले वर्ष विश्व अनुदान आयोग की पतिरकाओं की सूची में ही न हो । डॉ केवल कृष्ण ने NIRF की जानकारी देते हुए बताया कि कॉलेज के विकास के लिए एन आई आर एफ के नियमानुसार कार्य करना जरुरी है ।
प्रधानाचार्य डॉ सुचरिता शर्मा ने इस व्याख्यान के बारे में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि आज नया ग्रेड पाने के लिए शोध कार्य जरुरी हो गया है और ऐसे व्याख्यान निश्चित रूप से प्राद्यापक वृंद को लाभन्विन्त करेंगे।