जालंधर (अजय छाबड़ा):- अप्रैल का महीना आते ही किसानों और खेतिहारों के चेहरों पर खुशी की झलक हमें बड़ी ही सहजता के साथ देखने को मिलती है। जो आनंद छोटे बच्चे को अपनी माँ की गोद में बैठने पर मिलता है वही आनंद किसान को अपने खेतों में लहलहाती सुनहरी फसलों को देखकर महसूस होता है। आर्थिक समृद्धि और खुशहाली का पर्व “वैशाखी” पूरे देश में बड़ी धूम-धाम और हर्षौलास के साथ मनाया जाता है। इस पर्व के साथ जुड़े आनंद और खुशी के बेहतरीन क्षणों को अपने विद्यार्थियों के साथ बाँटते हुए आज जी॰डी॰ गोयंका इंटरनेशनल, स्कूल जालंधर ने अपने प्रांगण में एक विशेष प्रार्थना-सभा का आयोजन किया। इस सभा में एक रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर सारे विद्यार्थी रंग-बिरंगी और मनमोहक पंजाबी वेश-भूषा में सुसज्जित नज़र आ रहे थे। कार्यक्रम का शुभारंभ पारंपरिक ढंग से पंजाबी लोकगीत “जट्टा आई बैसाखी, ते फसलाँ दी मुक गई राखी” के साथ हुआ।
विद्यालय के चारों सदनों के छात्र-छात्राओं ने मिलकर भांगड़ा और गिद्दा प्रस्तुत करते हुए सबका खूब मनोरंजन किया और सबका मन मोह लिया। खुशी के इस अवसर पर विद्यालय के नन्हें विद्यार्थियों ने न केवल परांपरिक ढंग से ग्रीटिंग-कार्ड बनाकर अपनी बेहतरीन कलाकारी को प्रदर्शित किया बल्कि अपने घर से तैयार की गई पीले रंग की खास किस्म की मिठाई अपने सभी साथियों में बाँट कर आपसी प्रेम और भाईचारे का शुभ संदेश भी दिया। इस अवसर पर विद्यालय के एम॰डी॰ टी॰डी॰ दुआ ने भी विशेष रूप से उपस्थित होकर सभी विद्यार्थियों और अध्यापक-अध्यापिकाओं को इस पर्व की मुबारकवाद देते हुए उनके मंगल की कामना की। विद्यालय की अकेडमिक कंट्रोलर रनजीत भाटिया ने भी अपनी तरफ से विद्यालय परिवार के सभी सदस्यों को वैशाखी पर्व की बधाई दी। कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के प्रधानाचार्य अशोक कुमार जैन ने विद्यालय के सभी विद्यार्थियों, अध्यापकों और उनके अभिभावकों को वैशाखी पर्व की बधाई देते हुए आशा व्यक्त की कि यह पर्व हम सबके लिए आर्थिक रूप से समृद्ध और मंगलमयी सिद्ध होगा और पंजाब की समृद्धि में अपना मुख्य योगदान देता रहेगा।